Shani Dhaiya चल रही है जब भी कोई ज्योतिषी बताता है तो एक अनजाना भय और सवाल मन मे आता है की ये शनि ढैया होती क्या है ? कैसे पता लगता है ? जानिये आज इस लेख मे और स्वयं जानिये आपकी Shani Dhaiya चल रही है या नही।
Shani Dhaiya क्या होती है :
राशि चक्र मे 12 राशियां होती है। शनि ढैया एक समय मे इन 12 राशियों मे से 2 राशियों पर एक साथ रहती है।
Shani Dhaiya कैसे देखते हैं :
12 राशियों मे से प्रत्येक व्यक्ति की कोई ना कोई जन्म राशि होती है। नीचे हम राशि और राशि संख्या बता रहे हैं :-
राशि संख्या | राशि नाम |
1 | मेष |
2 | वृष |
3 | मिथुन |
4 | कर्क |
5 | सिंह |
6 | कन्या |
7 | तुला |
8 | वृश्चिक |
9 | धनु |
10 | मकर |
11 | कुम्भ |
12 | मीन |
आपकी जो जन्म राशि है उस राशि से शनि देव जब चतुर्थ राशि अथवा अष्टम राशि मे गोचर करते हैं तब Shani Dhaiya होती है।
अपनी जन्म राशि को पहली राशि गिनना है।
उदाहरण के लिए आज दिनांक 06.12.2023 को शनि देव कुम्भ राशि मे गोचर कर रहे हैं। इसका अर्थ यह हुआ कि जिस राशि से कुम्भ राशि चतुर्थ अथवा अष्टम होगी उस राशि की Shani Dhaiya होगी।
जिस व्यक्ति की जन्म राशि वृश्चिक है वह वृश्चिक राशि को पहली राशि मान कर कुम्भ राशि तक गिने तो पहली राशि वृश्चिक, दूसरी राशि धनु, तीसरी राशि मकर और चौथी अथवा चतुर्थ राशि कुम्भ होगी। अर्थ यह हुआ की वृश्चिक राशि वालो को Shani Dhaiya चल रही है और जब शनि देव मीन राशि मे जायेंगे तब वृश्चिक राशि की Shani Dhaiya समाप्त हो जायेगी और धनु राशि वालो की Shani Dhaiya शुरू हो जायेगी।
जैसा कि पहले बताया है कि Shani Dhaiya एक साथ दो राशियों पर होती है तो अब हम देखते है कि दूसरी राशि कौन सी है जिस पर Shani Dhaiya है।
कर्क राशि को पहली राशि मान कर कुम्भ राशि तक गिने तो पहली राशि कर्क, दूसरी सिंह, तीसरी कन्या, चौथी राशि तुला, पांचवी राशि वृश्चिक, छठी राशि धनु, सातवीं राशि मकर और आठवीं अथवा अष्टम राशि कुम्भ होगी। अर्थ यह हुआ की कर्क राशि वालो की भी Shani Dhaiya चल रही है और जब शनि देव मीन राशि मे जायेंगे तब कर्क राशि की Shani Dhaiya समाप्त हो जायेगी और सिंह राशि वालो की Shani Dhaiya शुरू हो जायेगी।
Shani Dhaiya effects : शनि की ढैया के प्रभाव :-
⇨मानसिक शांति नष्ट हो जायेगी।
⇨व्यर्थ की भाग दौड़ होती रहेगी।
⇨ग्रह कलेश रहेगा।
⇨दीर्घ कालीन बीमारियाँ परेशान कर सकती है।
⇨आर्थिक समस्याओं का सामना करना पड़ेगा।
⇨शत्रुओं की सँख्या में वृद्धि होगी।
Shani Dhaiya Upay : शनि की ढैया के उपाय :-
⇨ काली उड़द की साबुत दाल शनिवार को शनि मंदिर मे चढ़ाये।
⇨ सात प्रकार के अनाज का दान शनि मंदिर में शनिवार को करें।
⇨ सवा मीटर काला कपड़ा शनि दान मांगने वाले को दान करें।
⇨ सरसो के तेल का दीपक प्रत्येक शनिवार को शनि मंदिर में उस तेल में अपनी छायां देख कर जलायें।
जिनकी कुंडली मे शनि राज योग कारक है या बली है या जिनके जन्म लग्न के अनुसार और राशि के अनुसार शनि ग्रह शुभ है उनको अशुभ परिणाम कम मिलेंगे। जिनके लिए शनि उनके जन्म लग्न के अनुसार और राशि के अनुसार अशुभ हैं उनको अशुभ परिणाम ज्यादा मिलेंगे।
केवल महादशा और अन्तर्दशा शनि की होने पर नीलम पहनने की गलती ना करे ये समस्यायों को और ज्यादा गंभीर कर सकता है।
यह भी आवश्यक नही है कि शनि ढैया के कारण आपको समस्या हो रही हो आपकी महादशा, अन्तर्दशा और प्रत्यंतर दशा भी कारण हो सकती है इसलिए किसी योग्य ज्योतिषी से पूंछकर ही उपाय करें।
जय प्रकाश
ज्योतिषशास्त्राचार्य एवं वास्तुशास्त्राचार्य
पायरा वास्तु एक्सपर्ट एवं साइंटिफिक वास्तु एक्सपर्ट
Director (Energy Vaastu)
Team Head (Learn and Cure)