वास्तु शास्त्र मे kitchen Vastu के अनुसार होना महत्त्वपूर्ण होता है। घर को मानव शरीर की तरह माना जाता है। जैसे शरीर मे सभी अंगो का सही जगह होना महत्त्वपूर्ण होता है उसी प्रकार घर मे भी रसोई घर, शयन कक्ष, पूजा घर आदि सबका वास्तु के अनुसार सही स्थान पर होना महत्त्वपूर्ण होता है। ऐसा नही होने पर घर मे शुभ ऊर्जा के संचार मे कमी आ जाती है। आज की पोस्ट मे हम रसोई घर की बात करेंगे कि वास्तु के अनुसार रसोई घर कहाँ स्थित होना चाहिए।
Kitchen Vastu के अनुसार कहाँ हो रसोई घर :-
रसोई घर(किचन) मे मुख्य रूप से अग्नि का कार्य होता है। इस कारण हमारे घर का जो हिस्सा अग्नि तत्त्व से सम्बंधित है वहां पर रसोई घर (किचन) होना चाहिए। आग्नेय कोण(South-East Corner) अग्नि तत्त्व(Fire Element) से सम्बंधित क्षेत्र है इसलिए वास्तु शास्त्र मे इसको रसोई घर के निर्माण के लिए निश्चित किया गया है।
आपको अपने रसोई घर का निर्माण आग्नेय कोण मे करना चाहिए यह आपके लिए उत्तम स्वास्थ्य और धन की बढ़ोतरी लेकर आयेगा। यह नियम घर और कार्य स्थल दोनो पर लागू होता है।
यदि आपके लिए आग्नेय कोण मे रसोई घर का निर्माण संभव नही है तो आप इसको वायव्य कोण(North-West Corner) के पश्चिम(West) वाले भाग मे बनायें।
यदि आपके लिए आग्नेय कोण और वायव्य कोण के पश्चिम भाग मे रसोई घर का निर्माण संभव नही हो तो फिर आप पूर्व दिशा(East Direction) मे रसोई घर का निर्माण करें।
Kitchen vastu के नियमो के अनुसार रसोई घर का निर्माण करें और जीवन मे सफलता का प्रतिशत बढ़ाये।
जय प्रकाश
ज्योतिष आचार्य एवं वास्तु आचार्य
पायरा वास्तु एक्सपर्ट एवं साइंटिफिक वास्तु एक्सपर्ट
Director (Energy Vaastu)
Team Head (Learn & Cure)