कईं बार जीवन मे कुछ ऐसे शत्रु मिल जाते हैं जो हमारे जीवन मे समस्यायें खड़ी करने मे लगे रहते हैं। कोर्ट कचहरी मे झूठे केसेस डाल देते हैं और तरह तरह की अड़चने हमारे सामने पेश करते रहते हैं। इन सबसे रक्षा का एक महा उपाय है : बजरंग बाण। जानिये इसको करने की सही विधि
बजरंग बाण और हनुमान चालीसा भगवान हनुमान जी की दो ऐसी सिद्ध पूजायें है जो हमारे जीवन की कठिन से कठिन समस्या को हल कर सकती हैं परन्तु जरूरत है सही विधि से करने की।
बजरंग बाण एक सिद्ध स्तोत्र है जिसको तांत्रिक अपनी रक्षा के लिए भी उपयोग करते हैं। वो इसको पूर्ण विधि विधान के साथ किया करते हैं और इसके सभी लाभ प्राप्त करते हैं।
तांत्रिको की तरह पूजा करना गृहस्थों के लिए संभव नही है। आज गृहस्थों के लिए बजरंग बाण करने का वो ढंग बता रहा हूँ जिससे वो शत्रुओं से और कोर्ट कचहरी के झूठे केसेस से अपनी रक्षा कर सकते हैं।
गृहस्थों के लिए बजरंग बाण करने की विधि :-
अपने घर के मंदिर मे हनुमान जी के चित्र या प्रतिमा के सामने देसी घी का दीपक जलायें। तिलक लगायें, धूपबत्ती जलायें, भोग चढ़ायें।
ऊनी वस्त्र के दो आसनो का प्रयोग करें। एक आसन पर खुद बैठें और दूसरे खाली आसन को अपने दायीं ओर बिछा दें। अब पूर्ण श्रद्धा के साथ हनुमान जी का ध्यान करते हुए बजरंग बाण का पाठ करें। यदि ऐसा महसूस हो की कोई बराबर मे आकर आसन पर बैठ गया है तो घबरायें नही क्यूंकि यह माना जाता है की यदि आप पूर्ण भक्ति के साथ बजरंग बाण का पाठ करते हैं तो हनुमान जी आसन पर स्वयं आकर विराजमान होते हैं।
पूजा पूर्ण होने पर हनुमान जी से पूजा मे जाने अनजाने मे हुई किसी भी त्रुटि के लिए क्षमा मांगे, मनोकामना बतायें अपनी रक्षा करने को कहें और उनका आशीर्वाद मांगे। इसके बाद उनसे उनके मन वांछित स्थल पर जाने का आग्रह करें और आसन से उठने की आज्ञा मांगे।
शुक्ल पक्ष के मंगलवार से यह पूजा शुरू करें और फिर रोज करें।
यह पूजा हनुमान जी की एक विशेष पूजा है और यदि आप इसको रोज करते हैं तो यह आपके जीवन की सम्पूर्ण परेशानियों को ध्वस्त करने की क्षमता रखती है।
बजरंग बाण एक छोटी से पुस्तक के रूप मे आता है और सभी धार्मिक पुस्तकों की दुकानों पर आसानी से मिल जाता है।
जय प्रकाश
ज्योतिषशास्त्राचार्य एवं वास्तुशास्त्राचार्य
पायरा वास्तु एक्सपर्ट एवं साइंटिफिक वास्तु एक्सपर्ट
Director (Energy Vaastu)
Team Head (Learn and Cure)