Astrology
ज्योतिष शास्त्र जिसको अंग्रेजी मे astrology भी कहते हैं एक ऐसी विद्या है जो सौरमंडल में ग्रह, राशि और नक्षत्र तथा उनके चलायमान रहने के कारण मानव जीवन पर उनका जो प्रभाव पड़ता है उसका अध्ययन करता है |
ग्रह, राशि, नक्षत्र और भाव इन के अलग-अलग संयोगों से अलग अलग योग बनते हैं जिसके आधार पर ज्योतिष गण जिसकी कुंडली है उसके सामने क्या - क्या परिस्थितियां सामने आएंगी उसका अनुमान लगाते हैं|
ज्योतिष व्यक्ति के लिए मार्गदर्शन का कार्य करता है इसकी मदद से ज्यादा अच्छी प्रकार से जीवन मे सफल होने के लिए व्यक्ति तैयारी कर सकता है |
Vaastu Shastra
Vaastu Shastra वह विद्या है जिसमे भवन निर्माण से संबंधित नियमों को बताया गया है | भवन निर्माण चाहे घर का हो या किसी व्यवसायिक गतिविधि के केंद्र का सभी के लिए नियम वास्तु शास्त्र मे दिए गए हैं |
इन नियमों का पालन करके घर या ऑफिस मे 5 तत्वों अग्नि, वायु, पृथ्वी, आकाश और जल को संतुलित किया जाता है जिससे घर में एक सकारात्मक ऊर्जा का प्रवाह बनता है जो हमे जीवन के सभी क्षेत्रो मे आगे बढ़ने मे मदद करता है |
Vastu Shastra का वर्णन अथर्ववेद के स्थापत्य वेद मे भी है। ऋग्वेद मे भी वास्तु शास्त्र का उल्लेख मिलता है।
Muhurat
जीवन मे सब कुछ समय का ही खेल है यदि सही समय पर कोई फसल बोई जाए तो अच्छी फसल आएगी | यदि बिना मौसम किसी फसल को बोया जाएगा तो सारी मेहनत बेकार ही जाएगी |
मुहूर्त होता है किसी विशेष कार्य को शुरू करने के लिए शुभ समय |
शुभ मुहूर्त को निर्धारित करने के लिए मास, पक्ष, वार, तिथि, नक्षत्र, योग, करण, लग्न, सूर्य और चंद्र की स्थिति आदि अनेक बातों का विचार किया जाता है | इन सब की गणना करने के बाद किसी विशेष कार्य के लिए मुहूर्त निकाला जाता है | मुहूर्त के समय कार्य आरंभ करने पर सफलता की संभावना बढ़ जाती है |